लेखनी प्रतियोगिता -28-Dec-2022 नादान है हम बच्चे
शीर्षक-नादान है हम बच्चे
विधा-गीत
नादान है हम बच्चे,
पर मन के हैं हम सच्चे।
देश का मान बढ़ाएंगे,
देश के लिए मर जाएंगे।
हम भले हैं बच्चे,
लेकर उमंग मन में तरंग,
मातृभूमि को बनाएंगे जन्नत।
नादान है हम बच्चे,
पर मन के हैं हम सच्चे।
वतन के लिए है जज्बा,
दुश्मनों को है भगाना,
हम उन को सबक सिखाएंगे।
नादान है हम बच्चे,
पर मन के हैं हम सच्चे।
सीमा पर जाऊंगा,
दुश्मनों को मार गिराऊगा,
मातृभूमि के लिए हम,
सीने पर गोली खा जाएंगे।
नादान है हम बच्चे,
पर मन के हैं हम सच्चे।
तूफानों से लड़ जायेंगे,
पर पीछे कभी ना हटेंगे,
दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देंगे।
नादान है हम बच्चे,
पर मन के हैं हम सच्चे।
दुश्मनों की धरती पर,
जय हिंद का नारा लगाएंगे,
गूंज उठेगा सारा जहां,
दुश्मनों के सीने पर तिरंगा हम लहराएंगे।
लेखिका
प्रियंका भूतड़ा
Shashank मणि Yadava 'सनम'
25-Jun-2023 05:54 PM
सुन्दर और देश प्रेम के भाव युक्त अभिव्यक्ति
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Haaya meer
30-Dec-2022 07:08 PM
👌👌
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सीताराम साहू 'निर्मल'
29-Dec-2022 04:22 PM
बहुत खूब
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